मुगलसराय के बाद अब सुल्तानपुर का नाम बदलने की मांग, जानिए क्या होगा नाम
उत्तर प्रदेश : राज्य के प्रमुख मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय कर दिए जाने का प्रस्ताव पारित हो जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से नाम बदलने की मांग होने लगी है लेकिन इसबार कोई रेलवे स्टेशन का नहीं, बल्कि पूरा जिला सुल्तानपुर का नाम बदलने की मांग की जा रही है।
सुल्तानपुर की एक सामाजिक संस्था 'कुशभवनपुर सेवा संस्थान' ने जिले का नाम बदलने के लिए जन जागरण अभियान भी शुरू कर दिया है। संस्थान द्वारा जन जागरण की मुहिम शुरू करने से पहले हवन-पूजन भी किया गया।
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संस्थान के पदाधिकारियों का कहना है कि आज का सुल्तानपुर जिला पूर्व में गोमती नदी के तट पर भगवान 'श्रीराम' के पुत्र कुश द्वारा बसाया गया था जो कुशभवनपुर नाम का एक नगर था. जिसे बाद में खिलजी वंश के सुल्तान ने भरों को पराजित करके इस नगर को सुल्तानपुर के नाम से बसाया।
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पौराणिक मान्यतानुसार यहीं पर सीताजी ठहरी थीं, जिनकी याद में आज भी यहां सीताकुंड घाट है. इस बात का उल्लेख सुल्तानपुर के गजेटियर में भी मौजूद है
अतः सुल्तानपुर का नाम फिर से कुशभवनपुर कर दिया जाये।
उल्लेखनीय है कि गत शुक्रवार (4 अगस्त) को उत्तर प्रदेश के जिला चंदौली में स्थित एशिया के सबसे बड़े रेलवे मार्शलिंग यार्ड और भारतीय रेलवे का 'क्लास-ए' मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय करने का प्रस्ताव राज्य सभा में पारित किया जा चुका है जबकि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जून में स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया था और अंतिम मंजूरी के लिए रेल मंत्रालय के पास भेज दिया था।