गुजरात स्थानीय चुनाव में भाजपा को लगा तगड़ा झटका, एक सीट भी नहीं मिली
भारतीय जनता पार्टी की "मोदी लहर" उनके ही राज्य में जाकर थम गई। शनिवार को जारी किए गए स्थानीय एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट कमेटी {APMC} के चुनाव नतीजों में सभी 8 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है।
गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह भाजपा के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है। बोटाद APMC के इन 8 सीटों पर 10 सालों से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा था
जिनमें से पार्टी एक सीट भी नहीं बचा सकी। बोटाद कांग्रेस अध्यक्ष डी. एम. पटेल की नुमाइंदगी में संपन्न हुए चुनाव में उनकी टीम ने सभी 8 सीटों पर जीत हासिल की है।
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आपको बता दें कि APMC का चुनाव किसी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर नहीं होता है।
भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के अध्यक्ष बाबू जेबालिया और उनकी पार्टी इस बात से संतुष्ट होने की कोशिश कर रही है कि राज्य की 200 APMC सीटों में से ज्यादातर पर अभी भी उनका कब्जा है।
बाबू जेबालिया का कहना है कि "हम जनादेश स्वीकार करते हैं और हार के कारणों पर चिंतन करेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. मनीष दोषी ने बताया कि बगसारा, सावरकुंडला, गरियाधर और वाधवान की APMC चुनावों में हार के बाद भाजपा की यह लगातार पांचवीं हार है।
उन्होंने कहा कि किसानों के बीच अब भाजपा की पैठ धीरे-धीरे कम हो रही है। किसानों ने भाजपा के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला है क्योंकि उन्हें मूंगफली और कपास का उचित दाम नहीं मिला।
वहीं बोटाद के पाटीदार अनामत आंदोलन समिति {PAAS} के संयोजक दिलीब साबवा ने भाजपा की हार पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि
ये चुनाव नतीजे इस बात का सबूत है कि मोदी सरकार के वादे भी किसानों की नाराजगी दूर नहीं कर पाए हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने जब 17 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस जिले में सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण इरिगेशन {SAUNI} योजना के नये चरण की नींव रखने आए थे।
तब उनकी गुजरात यात्रा के दौरान प्रदर्शन कर रहे 11 पाटीदार युवकों को पुलिस ने पीटा था, जिसके कारण काफी विरोध प्रदर्शन भी हुआ था।