नीतीश कुमार का आज शक्ति परिक्षण, 11 बजे साबित करना होगा विधानसभा में बहुमत
आज का दिन बिहार की राजनीति में बहुत खास साबित होने वाला है. शुक्रवार के दिन नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए 11 बजे विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना होगा।
ऐसे में नीतीश कुमार को रोकने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमों लालू यादव ने एक खास रणनीति बनाई है. इस संबंध में पटना स्थित उनके आवास पर राजद विधायकों की अहम मीटिंग हुई।
इस दौरान विभिन्न दलों में टूट-फूट की खबरें भी आ रही हैं. केरल से राज्यसभा सांसद विरेंद्र कुमार ने कहा कि वो एनडीए का हिस्सा नहीं बन सकते हैं और फैसले के खिलाफ हैं। जबकि सांसद अली अनवर ने नीतीश कुमार के साथ न जाने का ऐलान दो दिन पहले ही कर दिया है। इसकेअलावा राजद में भी फूट की खबरें मिल रही हैं। मुजफ्फरपुर के गायघाट से विधायक महेश्वर प्रसाद यादव ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। उन्होंने कहा हमलोग नहीं चाहते थे कि महागठबंधन टूटे लेकिन लालू प्रसाद के पुत्र मोह में महागठबंधन टूट गया।
वहीं राज्यसभा सांसद और जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की अगुवाई में गुरुवार शाम मीटिंग हुई, जिसमें सांसद विरेंद्र कुमार, सांसद अली अनवर, जदयू के महासचिव अरुण श्रीवास्तव सहित दूसरे कई नेताओं ने हिस्सा लिया। ऐसे में नीतीश कुमार को बहुमत साबित कर पाना आसान नहीं होगा।
ज्ञात हो कि बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं और विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 122 विधायकों की आवश्यकता होती है। यदि दलगत स्थिति की बात करें तो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के पास 71, राजद 80, बीजेपी 53, कांग्रेस 27, रालोसपा 2, लोजपा 2 हम 1, माले 3, निर्दलीय 5 सीटें हैं, यदि ऐसे में अगर दोनों पार्टियों जेडीयू और भाजपा के विधायक नीतीश कुमार का साथ देते हैं तो बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बन सकती है।