ब्रेकिंग न्यूज़ ⏩

सरकार को अब बताना पडे़गा कि ऐतिहासिक स्मारक ताजमहल है या तेजोमहालय


Agra India

एक व्यक्ति ने ताजमहल का इतिहास जानने के लिए आरटीआई के जरिए सवाल पूछा है कि आगरा में स्थित ताजमहल मकबरा है या शिव मंदिर तेजोमहालय?। जिसे केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय को इस विषय पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।



ताजमहल को दुनिया के उन सात अजूबों में एक माना जाता है। जिसे मु़ग़ल सम्राट शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में 1632 - 1653 के बीच आगरा में यमुना नदी के किनारे बनवाया था।
इतिहासकारों के अनुसार बादशाह शाहजहाँ ने 7 शादियाँ की थी और ताज़महल का निर्माण अपनी चौथी बेगम मुमताज़ महल की याद में करवाया था क्योंकि मुमताज़ की मौत 14वें बच्चें को जन्म देते हुए हुई थी। मुमताज की मौत के बाद शाहजहाँ ने उसकी बहन से शादी कर ली थी।

जबकि हिंदुओ के मुताबिक ताजमहल एक शिव मंदिर है जिसका असली नाम 'तेजो महालय' है। क्योकिं किसी भी मुस्लिम देश में ऐसी कोई इमारत नही है जिसके नाम में महल आए एवं ‘महल’ मुस्लिम शब्द नही हैं। ताजमहल को शाहजहां ने नहीं बनवाया बल्कि एक राजपूत राजा मान सिंह ने मुगल शासक को तोहफे में दिया था।



अब इन दावों की सच्चाई जानने के लिए बीकेएसआर अय्यंगर ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत पूछा कि आगरा में निर्मित स्मारक का असली नाम ताजमहल या तेजो महालय है।
सूचना आयुक्त श्रीधर आचार्यलु ने एक हालिया आदेश में कहा कि मंत्रालय को इस मुद्दे पर विवाद खत्म करना चाहिए और इस ऐतिहासिक मकबरे के बारे में संदेह को दूर करना चाहिए।