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आरटीआई में हुआ ईवीएम गड़बड़ी का खुलासा : दूसरे उम्मीदवार को वोट देने पर बीजेपी को जा रहा था





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                                                  प्रतीकात्मक तस्वीर 



महाराष्ट्र में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। राज्य में हुए ज़िला परिषद चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी का मामला सामने आया है, सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मिली जानकारी से शनिवार (22 जुलाई) को यह अहम खुलासा हुआ।

गौरतलब है कि चुनाव आयोग लगातार ईवीएम मशीन में किसी भी तरह से छेड़छाड़ की संभावनाओं से इंकार करता रहा है आयोग को मशीनों पर अत्यधिक भरोसा था, यहां तक कि खुद चुनाव आयोग विभिन्न राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करके दिखाने की चुनौती भी देता रहा है।






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आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने बताया कि महाराष्ट्र के बुलढाना जिले के सुल्तानपुर गांव में हाल ही में हुए परिषदीय चुनाव में जब मतदाता ‘नारियल’ चुनाव चिह्न के सामने वाली बटन दबा रहे थे, तब हर बार भारतीय जनता पार्टी के चुनाव निशान कमल के फूल के सामने वाली लाइट जल रही थी।

 न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, इलाके की एक निर्दलीय प्रत्याशी आशा अरुण जोरे ने 16 फरवरी को हुए परिषदीय चुनावों के दौरान हुई इस गड़बड़ी की शिकायत की थी और निर्वाचन अधिकारी से मामले की जांच रिपोर्ट देने के लिए कहा गया था, जिसके बाद अनिल गलगली ने 16 जून को आरटीआई दाखिल की थी, जिसमें ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की बात निकल कर सामने आई है।

अनिल गलगली ने कहा कि आरटीआई के जवाब में बुलढ़ाणा इलेक्शन डिपार्टमेंट की ओर से जवाब दिया गया कि लोनार शहर के सुल्तानपुर गांव में पोलिंग बूथ नंबर 56 में जब मतदाता निर्दलीय प्रत्याशी नंबर 1 के सामने बने नारियल चिह्न का बटन दबा रहे थे तब प्रत्याशी नंबर 4 के चुनाव चिन्ह कमल के फूल  निशान वाले बटन की लाइट जल रही थी, जिसका मतलब था कि वोट 1 नंबर वाले प्रत्याशी को जाने की बजाय 4 नंबर वाले प्रत्याशी को गया है।

चुनाव आयोग को सलाह देते हुए अनिल कहते हैं "आयोग को ईवीएम के ऐसे विकल्प के बारे में सोचना चाहिए, जिससे भविष्य में ईवीएम में छेड़छाड़ की ऐसी कोई घटनाएं न हों"।




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